प्यार से दोस्त की गांड मारी

अरविन्द मेघवाल

16-08-2024

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फर्स्ट एनल फक कहानी में मेरा एक दोस्त लड़कियों जैसा था. एक रात मैं अकेला था तो उसे अपने साथ सोने के लिए बुलाया. तब मेरा मन उसकी गांड मारने का करने लगा.


दोस्तो, मेरा नाम अरविंद है और मैं राजस्थान के छोटे से गांव में रहता हूं.


मैं अभी बीएससी फाइनल में हूं और आज आपको बता रहा हूं कि किस प्रकार मैंने अपने दोस्त की गांड मारी.


फर्स्ट एनल फक कहानी कुछ समय पहले की है, मैं घर पर अकेला था. मम्मी और पापा कुछ काम से गांव गए हुए थे.


शाम को खाना खाकर मैं बिस्तर में घुस गया और मोबाइल चलाते चलाते सो गया.


देर रात को पापा का फोन आया और उन्होंने कहा कि घर पर अकेला मत सोना, किसी फ्रेंड को बुला लेना! मैंने अपने फ्रेंड मुकेश से फोन पर बात की कि घर आ जा.


वह बोला- तुझे मेरे घर आकर पापा से कहना पड़ेगा. मैं उसकी बात मान गया और उसके घर जाकर पापा से कहा- मैं घर पर आज अकेला हूं … रात को मुझे अकेला रहने में डर लगेगा, इसलिए आप मुकेश रात को सोने के लिए मेरे पास भेज दो, वह सुबह वापस आ जाएगा.


मुकेश से उसके पिताजी ने कहा- तू इसके पास चला जा क्योंकि उसके मम्मी पापा नहीं है, बाहर गांव गए हुए हैं. इसको अकेले सोने में डर लगेगा इसलिए सोने के लिए चला जा! उसने अपने पापा से हां कह दी और कुछ देर बाद वह मेरे घर आ गया.


मैंने अपने कमरे में उसको भी अपने बिस्तर पर लेटा लिया. उस टाइम थोड़ी सी गर्मी थी.


मैं हमेशा ही रात को कपड़े खोलकर नहीं सोता हूं लेकिन उस समय मेरा मन कर रहा था कि मैं आज रात में इसकी गांड मार ही लूँ. इस कारण से मैंने रात को कपड़े खोले और सिर्फ अंडरवियर में उसके पास लेट गया.


उसने कहा- अपने कपड़े क्यों खोल दिए हैं? मैंने कहा- यार क्या करूं, आज गर्मी कुछ ज्यादा ही हो रही है. इस कारण से कपड़े खोल दिए, तू भी अपने कपड़े खोल दे.


उसने कहा- नहीं यार, मेरी आदत नहीं है कपड़े खोल कर सोने की, तू सो जा! मैंने ओके कहा और हम दोनों कुछ देर इधर उधर की बात करने लगे.


थोड़ी देर बाद में मैं सो गया और वह भी मेरे पास सो गया.


मैंने अपनी आंखें जरूर बन्द कर ली थीं लेकिन मेरा सोने का मन नहीं कर रहा था. मेरे मन में तो उसको ठोकने का विचार चल रहा था.


कुछ देर बाद मैंने उसे आवाज दी- मुकेश, सो गया क्या? वह बोला- नहीं यार, नींद ही नहीं आ रही है. तुझे क्या हुआ … क्या तुझे भी नींद नहीं आ रही है?


मैंने कहा- हां यार गर्मी ज्यादा लग रही है इसलिए नींद नहीं आ रही है. चल यार कोई सेक्सी फिल्म देखते हैं. उसने कहा- हां ठीक है.


मैंने अपना मोबाइल खोला और उसमें बढ़िया सी सेक्सी वीडियो चलाने लगा. हम दोनों सेक्स वीडियो देखने लगे.


उसमें लड़के का लंड सटासट चल रहा था और वह एक गोरी सी लड़की की चुदाई कर रहा था.


मुकेश ने कहा- यार देख इसका कितना मोटा है और यह लड़की तो उसका लंड अपनी गांड के अन्दर ले रही है! मैंने कहा- हां यार, बढ़िया मस्त चुदाई चल रही है. तू बता, क्या तेरा भी मन है क्या गांड के अन्दर लेने का?


उसने कहा- यार रहने दे! मैंने कहा- अबे यार, तेरा मन कर रहा है … तो ले ले न!


उसने कहा- चल कोई ना थोड़ा बाहर-बाहर से करना … अन्दर बिल्कुल भी मत डालना! मैंने कहा- ठीक है, मैं बाहर बाहर ही करूंगा.


वह मान गया क्योंकि उसके मन में भी चुदाई की ठरक चढ़ आई थी और उसका खुद चुदवाने का मन कर रहा था.


उस वक्त उसने पैंट पहना हुआ था, पैंट के अन्दर अडंरवियर नहीं पहनी थी.


उसने कहा- चल, चादर के अन्दर कर लेते हैं!


मैंने कहा- अबे कौन देख रहा है, हम दोनों ही तो हैं कमरे में … इतनी गर्मी में चादर से और मजा खराब हो जाएगा.


यह कह कर मैंने लाइट ऑन की तो खिड़की से कमरे की लाइट बाहर जाती दिख रही थी. उसका घर बाजू में ही था तो उसके घर वालों को पता चल जाता कि इतनी रात को बिजली क्यों जलने लगी.


मैंने सोचा कि कहीं किसी को कोई शक ना हो जाए, इस कारण से मैंने खिड़की पर मोटा सा चादर लगा दिया ताकि रोशनी बाहर ना जाए.


तब मैंने उससे कहा कि अब कोई नहीं जान पाएगा कि अन्दर क्या चल रहा है. हम दोनों को पूरे नंगे होकर ही मजा आएगा.


उसने कहा- नहीं यार, यह पूरे मजे वाली बात ठीक नहीं है और मैं पूरा नंगा नहीं होऊंगा. मैंने उसे फुसलाते हुए कहा- चल हो जा यार … प्लीज मान जा.


कुछ देर बाद वह मान गया और उसने अपने कपड़े उतार दिए. वह पूरा नंगा हो गया था और उसकी देखा देखी मैं भी पूरा नंगा हो गया.


दोस्तो, क्या बताऊं … वह एकदम गोरा चिट्टा और एकदम बिल्कुल पतली सी लड़की जैसा लग रहा था. उसकी छातियां भी किसी कमसिन लड़कियों की चूचियों के जैसी थीं.


मैं सोचने लगा कि आज इसकी गांड चोदने में बहुत मजा आएगा.


उसने मेरा लंड देख कर कहा- यार गांड में थोड़ा ऊपर ऊपर से ही करना … अन्दर मत पेल देना, तेरा बहुत बड़ा है और मेरा पहली बार है, तो मुझे दर्द होगा. मैंने कहा- ठीक है. मैं धीरे-धीरे ही करूंगा.


मेरा लंड बड़ा है और बहुत ही ज्यादा मोटा है. मुकेश ने पहले कभी गांड भी नहीं मरवाई थी. इस कारण से उसे भी दर्द होगा, यह मुझे पता था.


मैंने उसे पूरा जकड़ लिया और गांड पर लंड सैट करके एक जोर का झटका दे दिया. मेरा आधा लंड उसकी गांड में घुस गया.


गांड में लंड अन्दर जाते ही वह तड़प उठा और वह कराहते हुए बोला- आह बाहर निकाल साले … फाड़ दी कमीन … मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है.


मुझे समझ आ गया था कि यदि मैंने एक बार भी लंड को इसकी गांड से बाहर निकाला, तो यह वापस अन्दर नहीं डलवाएगा क्योंकि इसकी गांड फट चुकी है. मैंने उसे जबरदस्ती पकड़कर अपना पूरा का पूरा लंड अन्दर सैट कर दिया.


वह जोर जोर से रोने लगा क्योंकि उसकी गांड में पहली बार लंड गया था; उसका फर्स्ट एनल फक था.


मेरे मोटे लंड से उसकी गांड से खून भी निकलने लगा था क्योंकि उसकी गांड फट चुकी थी.


वह रोने लगा और मुझसे घिघियाने लगा- प्लीज बाहर निकाल ले यार … बहुत दर्द हो रहा है. मैंने कहा- जरा देर सहन कर यार … तुझे कुछ नहीं होगा. अभी मजा आने लगेगा.


वह नहीं माना और रोता रहा. मैंने बस झटके देना शुरू कर दिए.


थोड़ी ही देर बाद उसे गांड मरवाने में मजा आने लगा. वह अपनी कमर आगे पीछे करते हुए अपनी गांड की खुजली मिटवाने लगा.


उसकी गांड काफी कसी हुई थी तो मैं ज्यादा देर उसकी गांड में लंड को नहीं पेल पाया.


मेरा लंड उसकी गांड के छोटे से छेद में बहुत ज्यादा दब रहा था. इसी कारण से मेरा लंड भी रोने लगा और जल्द ही वीर्य उसकी गांड में छूट गया.


झड़ने के बाद मैंने लंड को बाहर निकाल दिया.


उसने कहा- क्या हुआ? मैंने कहा- कुछ नहीं … बस खेल खत्म!


मैंने उसको वीर्य के बारे में बताता तो वह गुस्सा हो जाता. वह बोला- मुझे जब मजा आना शुरू हुआ, तो तूने अपना लंड बाहर क्यों निकाल लिया?


मैं चुप रहा.


कुछ देर बाद में मैंने कहा- चलो अभी फिर से करते हैं. उसने कहा- नहीं यार अब नहीं.


मैंने कहा- अबे अब कैसा डर? अब तो तेरी गांड खुल चुकी है. अब तो तुझे दर्द भी नहीं होगा.


वह हंस दिया और मान गया. मैंने उससे कहा- चल अब जैसे फिल्म में वह लड़की मुँह में लंड ले रही थी, वैसे मुँह में लंड लेकर चूस दे.


वह बोला- क्यों? मैंने कहा- अबे लंड को कड़क करना पड़ेगा, तभी तो यह तेरी गांड में जाएगा!


वह हंस दिया और मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगा. मैं उसकी चूचियां मसलने लगा. जल्दी ही लंड कड़क हो गया और मैंने उसको घोड़ी बना दिया.


वह घोड़ी बन कर गांड हिलाने लगा. मैंने पीछे से उसकी गांड में लंड पेल दिया और उसके बाद उसकी पीठ पर लड़ कर उसके चूचों को मसलने लगा.


गांड में लंड आगे पीछे चलने लगा. उसे भी मजा आ रहा था. वह बोला- जोर जोर से करो.


मैंने बमपिलाट शॉट लगाने लगा. उसे खूब मज़ा आने लगा और वह भी मेरे लंड को अपनी गांड के अन्दर तक खाने लगा. साथ ही अपनी गांड को आगे पीछे करता हुआ मेरा साथ देने लगा.


इस बार हम दोनों ने लगभग आधा घंटा तक गे सेक्स किया.


मैंने कहा- चल, अब मैं मुठ मारता हूं तुम मुँह में रबड़ी लेना! वह राजी हो गया.


मैं उसकी गांड से लंड निकाल कर मुठ मारने लगा और उससे कहा- जल्दी से मुँह खोल … मैं लंड का वीर्य छोड़ने वाला हूँ.! उसने अपना मुँह खोल दिया और बोला- जल्दी से मेरे मुँह में छोड़ दे.


मैंने उसके मुँह में वीर्य छोड़ दिया और उसने सारा रस पी लिया. फिर उसने मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया और मैं उसको अपने गले से लगा कर उसके साथ सो गया.


अगली सुबह हम दोनों जब उठे तो बहुत खुश थे.


उसने कहा कि तेरे साथ सेक्स करके बहुत मजा आया. अगली बार मैं खुद से ही अपनी गांड मरवा लूंगा.


तो दोस्तो आपको मेरी फर्स्ट एनल फक कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताएं. मैं अपनी अगली सेक्स कहानी के साथ आपसे जल्द ही मिलूंगा. तब तक के लिए बाय. [email protected]


लेखक की पिछली कहानी थी: रिश्ते की बुआ की चूत गांड चुदाई


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