मेरे दोस्त ने मेरी चुदासी मॉम को चोदा

त्रिलोक सिंह

28-08-2024

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इंडियन मॅाम Xxx कहानी में मेरे दोस्त और मेरी मम्मी की आपस में सेटिंग हो गयी. मेरे पूरे घर में कैमरे लगे हुए हैं जो मेरे मोबाइल से जुड़े हुए हैं. मैंने उन दोनों का सेक्स का खेल देखा.


दोस्तो, मेरा नाम त्रिलोक है और मैं एक इंजीनियर दिमाग का लड़का हूँ और नई नई तकनीक को इस्तेमाल करना जानता हूँ. मैंने सुरक्षा की दृष्टि से अपने घर में वॉइस सेंसर वाले कैमरे लगाए हुए हैं.


पापा के अलग होने के बाद हम दोनों मां बेटे ही घर में रहते थे तो यह जरूरी था कि घर में सेफ़्टी के इंतजाम रहें. यह सब कैमरे मेरे मोबाइल से जुड़े थे.


मेरी मॉम की उम्र 42 साल है और उनकी फिगर साइज़ 36-32-38 की है.


यह सेक्स कहानी मेरी मॉम व मेरे एक दोस्त के बीच हुई इंडियन मॅाम Xxx कहानी है.


एक दिन मेरा दोस्त कैलाश मेरे घर आया.


उसने मेरी मॉम से नमस्ते की और बैठ गया. हम सब बातें करने लगे.


थोड़ी देर बाद मॉम हमारे लिए चाय बनाकर ले आईं और हमारे साथ ही बैठ गईं. हम सब चाय पीने लगे.


थोड़ी देर बाद मैं और कैलाश घर से बाहर खेलने चले गए. फिर मुझे ध्यान आया कि मैं अपना फोन घर पर ही भूल गया हूँ.


कैलाश ने कहा- क्या हुआ? मैंने बताया कि यार मैं फोन घर पर ही छोड़ आया हूँ.


वह बोला- अरे तो इसमें परेशान होने की क्या बात है … मुझे भी जोर से प्रेशर बन रहा है. मैं तुम्हारे घर चला जाता हूँ और उधर फ्रेश होकर तुम्हारा मोबाइल भी ले आऊंगा.


मैंने ओके कह दिया. उस वक्त मेरे मन में किसी तरह की कोई दुर्भावना आई ही नहीं थी.


वह तो रात को मैंने अपने कैमरों की रिकॉर्डिंग को मोबाइल में चला कर चैक किया तो मुझे कुछ सेक्स भरा मसला दिखाई दिया. जब मैंने अपने दोस्त को अपने घर मोबाइल लाने भेजा था.


तब की बात लिख रहा हूँ. कैलाश मेरे घर गया और अन्दर गया. तब मेरी मॉम बाथरूम में थीं.


वे दीवार की तरफ मुँह करके पेशाब कर रही थीं. दरवाजा खुला था. कैलाश ने मेरी मॉम की गांड को देख लिया और उसने मॉम की दो फ़ोटो क्लिक कर लीं.


फिर वह दूसरे बाथरूम में चला गया और उसने अन्दर से ही मॉम को आवाज देकर बता दिया कि आंटी मैं घर आया हूँ और बाथरूम में हूँ. मॉम ने ओके कह दिया और वे अपने काम में लग गईं.


उसके बाद कैलाश मेरा फोन लेकर आ गया.


अगले दिन से वह रोज मेरे घर आने लगा. मैं भी रोज उसे कैमरे में देखने लगा. अब वह रोजाना किसी ने किसी बहाने से मेरी मॉम की गांड देखने की कोशिश करने लगा था.


एक दिन मेरी मॉम नहा रही थीं, तभी कैलाश आ गया. उस वक्त मॉम ने बाथरूम का दरवाजा खुला रखा था, तो उसने मेरी मॉम के बूब्स देख लिए. उसे आया देख कर मॉम ने जल्दी से दरवाजा बन्द किया और कहा- अरे कैलाश तुम आए हो, चलो बेटा, तुम बैठो … मैं बस अभी नहा कर आती हूँ.


कैलाश बैठ गया और मॉम से बातें करने लगा. मॉम भी बाथरूम के अन्दर से ही उससे बातें करने लगी थीं.


यह सब होने के बाद शायद उन दोनों में अच्छी बान्डिंग हो गई थी.


फिर एक दिन मॉम अपनी चूत की झांटें साफ कर रही थीं, तब अचानक से मेरा दोस्त आ गया.


उसने मेरी मॉम की चूत को देख लिया. जब मॉम ने उसे देखा तो उन्होंने बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया और कैलाश अपने घर चला गया.


फिर कैलाश एक दिन घर पर आया. तब मैं भी घर में ही था.


मॉम उसके सामने सोफ़े पर बैठी थीं, वे अपनी टांगें सामने रखी टेबल पर फैलाए हुई थीं और उनका पैर ऊपर को था.


उस दिन मॉम ने अन्दर चड्डी नहीं पहनी थी, तो कैलाश को मॉम की चूत दिख रही थी.


जब मॉम को पता चला कि कैलाश को उसकी चूत दिख रही है तो उन्होंने अपने आप को सही करने का प्रयास नहीं किया. उन्होंने जानबूझ कर अपनी चूत को खुला ही रखा.


उस दौरान कैलाश ने मेरी मॉम की आंखों से आखें भी मिलाईं तो वे उसे देख कर मुस्कुरा दीं.


कुछ देर बाद कैलाश बाथरूम में चला गया और मैं मामला समझ कर बाहर निकल गया.


फिर शाम को मॉम ने कैलाश को कॉल करके घर पर बुलाया. कैलाश आ गया.


मॉम ने कैलाश से कहा- मुझे कुछ सामान ऊपर रखवाना है, जरा मेरी मदद कर दे.


कैलाश ने कहा- हां ठीक है आंटी … मैं रखवा देता हूँ. फिर मॉम टेबल पर चढ़ गईं.


उस दिन भी मॉम ने पेटीकोट के अन्दर चड्डी नहीं पहनी थी, तो उनके ऊपर होते ही कैलाश को नीचे से मॉम की चूत दिखने लगी थी. कैलाश का लंड खड़ा हो गया और उधर मॉम ने कैलाश के खड़े लंड को देख लिया.


सामान रखने के बाद मॉम टेबल से नीचे उतर आईं और उन्होंने कहा- कैलाश तुम बैठो, मैं चाय बनाकर लाती हूँ.


कैलाश उनकी आंखों में देखने लगा और मॉम मुस्कुरा कर इठलाती हुई किचन की तरफ जाने लगीं. तब कैलाश मेरी मॉम की मटकती गांड देख कर अपने लौड़े को सहला रहा था.


मॉम ने चाय बनाई और वे कैलाश को चाय देकर उसके सामने बैठ गईं.


अब वे मेरे दोस्त को सिड्यूस करने लगीं. मॉम ने यह कहते हुए अपनी साड़ी का पल्लू हटा दिया कि बड़ी गर्मी लग रही है.


उनका पल्लू हटते ही कैलाश की कामुक नजरें उनके मम्मों पर टिक गईं. मॉम ने अपने ब्लाउज के दो बटन पहले से ही खोल रखे थे, जिस वजह से उनके आधे से ज्यादा दूध कैलाश के लंड को और अधिक कड़क बना रहे थे.


कैलाश ने कहा- अरे आंटी, आपको गर्मी ज्यादा लग रही है तो आप कंफ़र्टेबल होकर बैठो न … साड़ी में तो वैसे ही आपको गर्मी लग रही होगी … आप इसे उतार दो न!


यह सुनते ही मॉम ने हां में सर हिलाते हुए अपनी साड़ी उतार दी और अब वे ऐसे ही ब्लाउज पेटीकोट में बैठ गईं.


कैलाश चाय पीता हुआ मेरी मॉम के मम्मों को घूर रहा था.


उस दिन शायद मेरी मॉम को ठरक चढ़ी थी तो वे अपने ब्लाउज में हाथ डाल कर अपने मम्मों को खुजलाने लगीं और मेरे दोस्त को अपने चूचे दिखाने लगीं. कैलाश भी बेशर्म होकर अपने खड़े लंड को सहलाने लगा.


मॉम ने कैलाश के लंड को देखते हुए उससे पूछा- क्यों कैलाश, अभी तक किसी लड़की से तेरी दोस्ती नहीं हुई है क्या? तो कैलाश ने कहा- नहीं आंटी, मेरी किसी लड़की से दोस्ती नहीं है.


थोड़ी देर बाद मॉम ने अपने पेटीकोट का नाड़ा ढीला कर दिया और नाड़े को पकड़े हुई वे कैलाश को देखने लगीं. कैलाश ने कहा- हां, आप आराम से बैठो आंटी … इधर मैं ही तो हूँ और कौन है.


यह सुनते ही मॉम उठ कर खड़ी हुईं, तो उनका पेटीकोट नीचे गिर गया और मॉम कमर के नीचे से नंगी हो गईं. यह मेरी मॉम ने मेरे दोस्त को एक खुला इशारा दिया था.


मॉम गांड मटकाती हुई कमरे में चली गईं और उन्होंने कैलाश को देख कर एक मुस्कान दे दी. कैलाश भी मेरी मॉम के पीछे पीछे उनके कमरे में चला गया.


उधर जाकर मॉम ने अपने ब्लाउज को उतार दिया और वे पूरी नंगी हो गईं.


कैलाश उनकी नंगी जवानी को घूरने लगा और अपने लंड को सहलाने लगा.


मॉम ने उससे कहा- अब दूर क्यों खड़ा है, पास आ जा और मेरी चूत चाट!


बस अब क्या था … कैलाश ने आगे बढ़ कर मॉम को बिस्तर पर लिटाया और उनकी टांगें फैला कर चूत चाटने लगा.


मॉम को मजा आने लगा और वे आह आह करने लगीं. कुछ देर बाद मॉम ने अपनी टांगें हवा में उठा दीं और कैलाश मेरी मॉम की गांड चाटने लगा.


अब उसने कहा- आंटी मैं आपको चोदना चाहता हूँ! मॉम ने कहा- अभी नहीं, अभी बस चूत गांड चाट … मैं कल शहर जाऊंगी और वहां से बिकनी, कंडोम और कामवासना बढ़ाने वाली दवा लेकर आऊंगी, फिर मैं तुझे फोन कर दूँगी. तू घर आ जाना और हम दोनों बिस्तर वाली कबड्डी खेलेंगे.


कैलाश बोला- अरे आंटी, कल भी कर लेंगे और आज भी कर लेने दो न! मॉम ने कहा- नहीं आज नहीं … आज अभी तेरा दोस्त आ जाएगा तो मजा खराब हो जाएगा. कल वह किसी काम से बाहर जा रहा है तो सारे दिन मैं ही घर में अकेली रहूँगी. तब तुम मेरे साथ सेक्स कर लेना.


कैलाश ने ओके कह दिया और कुछ देर चूत गांड चाट कर वह मॉम से अलग हो गया और कुछ देर बाद मैं घर आ गया. तो कैलाश मुझसे बात करके अपने घर चला गया.


अगले दिन मुझे अपने काम से बाहर जाना था तो मैं बड़ी सुबह निकल गया था. करीब दस बजे मॉम शहर के बाजार में गईं और वहां से कंडोम, बिकनी और सेक्स की गोलियां लेकर आईं.


उसी दिन मॉम ने मौसी को बुलाया और मौसी से कहा कि आज तू मेरी तेल मालिश कर दे. मौसी ने कहा- ठीक है.


फिर मौसी और मॉम ऊपर वाले कमरे में चली गईं. कमरे में मॉम नंगी हो गईं और मौसी से बोलीं- पहले मेरी गांड के बाल साफ कर दे.


मौसी ने मॉम की गांड के बाल साफ किए और मालिश करके चली गईं. शायद मौसी और मॉम में सब कुछ खुला था.


मौसी के जाने के बाद मॉम ने कैलाश को फोन किया और उसे घर आने के लिए कहा. वह तो मॉम के फोन का इंतजार ही कर रहा था तो जल्दी से मेरे घर आ गया.


मॉम और कैलाश दोनों ऊपर के कमरे में चले गए.


मॉम ने कैलाश को बिठाया और उसे पहले गर्म दूध पिलाया. उन्होंने दूध के साथ ही कैलाश को सेक्स की गोली दे दी और उससे ब्लू फिल्म देखने को कहकर खुद बाथरूम में चली गईं.


अन्दर जाकर मॉम ने अपने कपड़े उतारे और नई वाली बिकनी पहन कर बाहर आ गईं.


कैलाश ने मॉम को देखा तो वह उन पर टूट पड़ा. मॉम और कैलाश दोनों किस करने लगे. काफी देर तक दोनों ने किस किया.


फिर मॉम ने अपनी बिकनी हटा दी और कैलाश भी नंगा हो गया. मॉम ने घुटनों पर बैठ कर कैलाश का लंड चूसा और कैलाश से 69 में आने का कहा.


वे दोनों 69 में हो गए और कैलाश मेरी मॉम की चूत चाटने लगा.


कुछ देर बाद मॉम ने कैलाश के लौड़े को कंडोम पहना दिया और उससे चुदाई की कहने लगीं.


कैलाश ने मॉम से कहा- आंटी, आप अनुभवी हैं. आप ही मेरे लौड़े की सवारी करो. यह सुनकर मॉम ने अपनी टांगें खोलीं और वे कैलाश के लंड के ऊपर चढ़ गईं.


कैलाश ने अपने लंड को मॉम की चूत में पेल दिया और मॉम अपनी गांड उठा उठा कर उससे चूत चुदवाने लगीं.


उस दिन कैलाश ने मेरी मॉम को तीन बार चोदा. वे दोनों चुदाई करके थक गए और नंगे ही चिपक कर सो गए.


शाम को वे दोनों जागे और उन्होंने एक दूसरे को किस किया. मॉम ने फिर से कैलाश को ब्लोजॉब दिया और कैलाश ने भी मॉम की चूत चूसी.


उन दोनों में फिर से चुदास भड़क गई. अब मॉम व कैलाश ने फिर से दो बार चुदाई का मजा लिया. रात को कैलाश घर चला गया.


मॉम ने भी अपने रोजाना वाले कपड़े पहन लिए और नीचे आकर खाना बनाने लगीं.


उस वक्त भी मेरी मॉम ने चड्डी और ब्रा नहीं पहनी थी.


फिर मैं घर आया तो मॉम किचन में थीं. उन्होंने खाना बना लिया था.


हम दोनों ने साथ में खाना खाया और अपने अपने बिस्तर पर लेट गए.


मैंने मॉम से पूछा- मॉम, आज आपने चोली नहीं पहनी? मॉम ने कहा- हां, आज बहुत गर्मी लग रही थी, तो मैंने चोली हटा दी.


अब हम दोनों सो गए. रात को मेरी नींद खुली तो मॉम कैलाश से फोन पर बातें करने लगी थीं.


इस तरह से कैलाश मेरी मॉम को चोदने लगा था.


एक रात को कैलाश मेरे घर पर ही रुक गया था. उस दिन भी मॉम ने चोली नहीं पहनी थी. मॉम के बोबे लटक रहे थे और उन्होंने नीचे भी शॉर्ट ही पहना हुआ था.


मॉम ने सबको खाना सर्व किया.


हम सबने खाना खाया और सोने चले गए. मुझे नींद आ रही थी तो मैं सो गया. मॉम और कैलाश बातें कर रहे थे.


फिर वे दोनों ऊपर वाले बेडरूम में चले गए और मॉम ने उधर जाकर अपना शॉर्ट उतार दिया. कैलाश भी नंगा हो गया और मॉम को किस करने लगा.


उसने मॉम की चूत चाटी और गांड भी चाटी. मॉम ने उससे कहा- डार्लिंग, अब मैं लंड मुँह में लूँगी!


कैलाश ने अपना लंड उनके मुँह में दे दिया और मॉम ने बड़े मजे से कैलाश का लंड चूसा. उन्होंने लंड के नीचे लटक रहे उसके दोनों आंड भी चूसे.


अब कैलाश मेरी मॉम के ऊपर चढ़ गया और मॉम को चोदने लगा. मॉम ‘उफ्फ़ अशह अम्म्म्म उफ्फ़.’ करने लगीं. वह मेरी मॉम को स्पीड से चोदने लगा.


काफ़ी देर तक चूत चोदने के बाद उसने मॉम को घोड़ी बनाया और लंड पर वैसलीन लगा ली. उसने मॉम की गांड पर भी वैसलीन लगाई और मॉम की गांड में लंड पेल दिया.


गांड में लंड लेते ही मॉम रोने लगीं. मगर कैलाश ने लंड नहीं हटाया.


उसने मेरी मॉम की 30 मिनट तक गांड मारी. फिर वह और मॉम दोनों झड़ गए.


इंडियन मॅाम Xxx ने वापस से उसका लंड चूसा और उसने मॉम की चूचियों को चूस कर मजा लिया.


उसने मेरी मॉम की एक चूची पर शायद जोर से काट लिया था, तो मॉम जोर से गाली देती हुई चीखी- आह मादरचोद … खाएगा क्या! कैलाश हंसने लगा.


फिर वह वापस से गर्म हो गया और उसने मेरी मॉम को पुनः हचक कर चोदना चालू कर दिया. उस रात उसने मेरी मॉम को 4 बार चोदा और सुबह जल्दी उठ कर अपने घर चला गया.


मॉम ने उसके जाने के बाद बेड को सही किया और नंगी ही नीचे आ गईं. उन्होंने चाय बनाई और अपने कपड़े पहन लिए.


फिर मॉम ने मुझे जगाया और हम दोनों ने चाय पी. मेरी इंडियन मॅाम Xxx कहानी आपको कैसी लगी? [email protected]


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